ईरान के Ayatullah Ali khomeini कोमा में, कौन होगा उनका उत्तराधिकारी?

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By shikha.sudha90@gmail.com

ईरान के Ayatullah Ali khomeini जिसने अकेले ही ईरान को सबसे ताकतवर मुस्लिम देश बना डाला, ईरानी सर्वोच्च नेता Ayatullah Ali khomeini की हालत नाजुक ,गुप्त रूप से अपने बेटे Mujtaba khamenei ko अपना उत्तराधिकारी घोषित किया

Ayatullah Ali khomeini ईरान के सर्वोच्च नेता
Ayatullah Ali khomeini ईरान के सर्वोच्च नेता

ईरान के Ayatullah Ali khomeini ने अपने दूसरे बेटे Mujtaba khomeini को तो उत्तराधिकारी बना दिया है

बताया जा रहा है की ईरान के Ayatullah Ali khomeini आपका निर्णय अपनी बीमारी के चलते हुए लिया हलांकि इस निर्णय की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है अनेक मीडिया रिपोर्टर टीवी चैनल के दावे करते हैं एक्सपर्ट असेंबली ने 26 सितंबर को ही सुप्रीम  नेता चुन लिया था.दअरसल Ayatullah Ali khomeini ने गुप्त रूप से सभा बुलाई थी जिसमें शामिल सभी 60 सदस्य थे उन्होने सर्वसम्मति से उनके दूसरे बेटे Mujtaba khomeini के नाम से सहमती जाती थी।

कौन है ईरान के Ayatullah Ali khomeini जिन्होनें ईरान को एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाने में मदद की?

Ayatullah Ali Khomeini  के पूर्वज भारत के बाराबंकी शहर से तल्लुक रखते हैं, Ayatullah Ali khomeini जन्म 19 अप्रैल 1939 मैं  Mashhad khorasan imperial state of iran मैं हुआ था,ईरान में 1979 की इस्लामी क्रांति के दौरन जब शाह मोहम्मद रजा पहेलवी  को हटा दिया गया था.वह समय Ayatullah Ali khomeini ने क्रांति में अहम भूमिका निभाई थी साल 1981 में उन्हें ईरान का राष्ट्रपति बनाया गया वहां 8 साल तक इस पद पर कार्य किया. 1989 में सर्वोच्च नेता खुमैनी की मौत के बाद Ayatullah Ali khomeini को सर्वोच्च नेता का पद मिल गया  तब से वह इस पद पर सर्वोच्च नेता के पद पर कार्यरत है. News Agency AB के अनुसार Ayatullah Ali khomeini गंभीर रूप से बीमार है उनकी उम्र 85 हो चुकी है इसलिए अपने इंतकाल से पहले ही शांतिपूर्ण तारिके से सुप्रीम पावर ट्रांसफर करना चाहते हैं इसलिए उन्हें अपने दूसरे बेटे मुस्तफा को सारी जिम्मेदारी सौंप दी Ayatullah Ali khomeini के चार बेटे हैं सबसे दिलचस्प बात यह है कि उन्हें अपने पहले बेटे को वारिस नहीं बनाया, उन्हें अपना वारिस बनाया, अपने दूसरे बेटे को मुस्तफा को बनाया.

कौन है  Mujtaba, जिन्हें बनाया गया नया Ayatullah?

Mujtaba khomeini अपने पिता की तरह ही इस्लामिक मामलों के  मुस्तफा पहली बार साल 2009 में दुनिया के नजरों के सामने आए दरसल उपयोग समय ईरान में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे जिसमें कतरपंथी नेता महमूद अहमदी ने सुधारवादी नेता मीर हुसैन मौलवी को राष्ट्रपति के चुनाव में हारा दिया था.सुधारवादी नेताओं ने चुनाव में गड़बड़ी की जाने का मुद्दा उठाया जिसके बाद से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया लाखों लोग  सड़कों पर उतर आये इसे ईरानी green moment नाम दिया गया जो 2 सालो तक चलता रहा,इसमें तमाम मासूम लोग मारे गये थे बताया जाता है इसके पीछे Mujtaba khomeini का दिमाग था, सुत्रों के अनुसार 2 साल से mujtaba khomeini को सुप्रीम लीडर बनाए जाने की तैयारी चल रही थी सरकार में किसी भी पद पर न होने के बावजूद तमाम जरूरी फैसले में वह शामिल होते हैं मुस्तफा एक रहस्यमयी शक्शियत है उनको सार्वजनिक अवसरों में बहुत कम देखा गया है कहा जाता है कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राहिशी के राष्ट्रपति बनने के बाद Mujtaba khomeini का कद काफी बढ़ गया था उनको ईरान के अगले राष्ट्रपति के लिए तैयार किया जा रहा था लेकिन इब्राहिम राही सी के हवाई दुर्घटना में मृत्यु के बाद सब कुछ बदल गया.

क्या होता है  Ayatullah सर्वोच्च नेता का पद?

Ayatullah धर्मगुरु के पदवी होती है ईरान के कानून के मुताबिक सर्वोच्च नेता बनने के लिए Ayatullah की पदवी होना जरूरी है. सर्वोच्च नेता का पद एक धर्म नेता को ही मिल सकता है लेकिन साल 1999 में Ayatullah Ali khomeini ने सर्वोच्च नेता बनने के लिए इस कानून में संशोधन किया था क्योंकि वे धार्मिक नेता नहीं थे

क्या होता है ईरान में(Ayatullah) सर्वोच्च नेता का पद क्या होती है उसकी शक्ति?

सर्वोच्च नेता का पद राष्ट्रपति से ज्यादा शक्तिशाली होता है सर्वोच्च का पद राजनीति का धार्मिक व्यवस्था में बहुत बड़ा होता है सर्वोच्च नेता को देश के सैनिक, धार्मिक ,और न्याय के फैसले लेने का अधिकार होता है उसके फैसले को कोई चुनौती नहीं दे सकता देश के किसी फैसले में सर्वोच्च नेता का फैसला ही आखिरी फैसला माना जाता है सर्वोच्च नेता का का चयन assembly of expert करती है इसके लिए दो तिहाई वोट हासिल करना अनिवार्य  है, assembly of expert 86  मौलवियों का समुह होता है जो हर 8 साल में उनका चुनाव होता है हलांकि इनके चुनने जाने मे guardians body अहम भूमिका होती है अभिभावकों की काउंसिलिंग एक सरकारी संस्था होती है जो संविधान के अनुच्छेदों की व्याख्या करती है और guardians काउंसिलिंग अगर चाहे तो असेंबली ऑफ एक्सपर्ट की सद्स्यता खतम  कर सकती है Ayatullah Ali khomeini ने अभिभावकों की काउंसलिंग में अपने भरोसे लोगों को ही जगह दी है

Ayatullah Ali khomeini ने ईरान को सुव्यवस्थित बनाने में अहम भूमिका निभायी. क्योंकि ईरान की आर्थिक स्थिति इराक के युद्ध के बाद बहुत खराब हो गई थी. Ayatullah Ali khomeini ने ईरान को एक शक्तिशाली राष्ट्र बनने में मदद की।

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