Khan Sir: बिहार के लाल “खान सर” पुलिस हिरासत में , ऐसा क्या किया खान सर ने?

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By shikha.sudha90@gmail.com

Khan Sir: क्या गिरफ्तार हो चुके हैं या पुलिस हिरासत में हैं? उन्हें क्यों गिरफ्तार करने की नौबत आई? खान सर कौन हैं? इन सभी सवालों के जवाब यहां।

पटना खान ग्लोबल स्टडीज नाम से अपना कोचिंग संस्थान चलाने वाले खान सर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया । खान सर को, फैजल खान, रहमान खान या फिर गुरु रहमान के नाम से भी जाना जाता है। हिरासत में लिए जाने के बाद से ही सोशल मीडिया पर खान सर छा गए । अब ऐसे में सवाल उठता है कि खान सर को पटना पुलिस ने हिरासत में क्यों लिया था और वो पटना में छात्रों के साथ विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे थे?

Who is Khan Sir : कौन है बिहार के “खान सर”

Khan Sir
Khan Sir

Khan Sir एक नामी हस्ती है यह बिहार की शान है, खान सर की बिहार में ग्लोबल एकेडमी नाम की एक संस्था है जिसमें प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है, जिसमें बिहार तथा अन्य राज्यों के छात्र प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए आते हैं जिनकी संख्या लाखों में होती है
खान सर पटना में कोचिंग क्लास चलाते हैं. दिल्ली में भी इन्होंने कुछ समय कोचिंग सेंटर खोला है.. ये कभी अपना असली नाम किसी को नहीं बताते. हर पब्लिक फोरम पर जब उनसे नाम पूछा जाता है। तो अपना नाम अमित या  फैजल बताया । वह कहते हैं कि वह किसी जाति बंधन में बट कर नहीं रह सकते खान सर का जन्म दिसंबर 1993 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ. केबीसी में भाग लेते हुए उन्होंने अमिताभ बच्चन को बताया था कि वो स्कूल में सबसे कमजोर छात्रों में से एक थे. जिसका कारण वह अध्यापक को मानते हैं क्योंकि वह बच्चों की बुद्धि ना देखते हुए भी पढ़ते हैं,
उनका मानना है कि अध्यापक को बच्चों के बुद्धि का लेवल देखकर नहीं पढ़ना चाहिए चाहे वो  जिस स्तर का हो उसे इस तरीके शिक्षा देकर पढ़ना चाहिए जिसे वह छात्र भी अन्य स्टूडेंट्स की तरह सक्सेस अचीव कर सके।

Why Khan sir arrested: खान सर को क्यों गिरफ्तार किया गया ऐसा क्या कर दिया खान सर ने क्या है मामला

Khan sir arrested

पटना कोचिंग सेंटर के लोकप्रिय शिक्षक खान सर को पटना पुलिस ने हिरासत में शुक्रवार की रात लिया था। असल में Khan Sir को बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के उम्मीदवारों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पटना पुलिस ने हिरासत में लिया था। बीपीएससी में नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे Khan Sir को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इससे पहले Khan Sir ने कहा था कि वह इस आंदोलन के अंत तक डटे रहेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें लाठी ही क्यों न खानी पड़े ।लेकिन हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें बहुत जल्द ही शुक्रवार देर रात पटना के गर्दनीबाग पुलिस स्टेशन से रिहा कर दिया गया था। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि खान सर को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन पटना पुलिस ने इस बात से इनकार किया है। पुलिस का दावा है कि उन्होंने सर को गिरफ्तार नहीं किया।

Khan Sir’s statement after his arrest:गिरफ्तारी के बाद खान सर का क्या बयान आया

जब पुलिस ने Khan Sir को गिरफ्तार किया तो उस समय मीडिया वहां पर मौजूद थी। खान सर ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया कि विरोध प्रदर्शन राजनीतिक नहीं था। उन्होंने कहा, “हम सड़कों पर विरोध नहीं कर रहे हैं। हम धरना स्थल पर संवैधानिक रूप से विरोध कर रहे हैं।, “हम यहां उन लोगों के साथ खड़े हैं जो हमारी मांगों को सुनेंगे। हम चाहते हैं कि बीपीएससी अध्यक्ष आश्वासन दें कि नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को हटा दिया जाए। परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को खान सर ने समर्थन दे दिया और खुद धरना स्थल पर पहुंच गए। बीपीएससी के अभ्यर्थियों ने पटना में बीपीएससी के ऑफिस के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं उन्होंने रोड को भी जाम कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। और खान सर को गिरफ्तार कर लिया गया।

Khan Sir was released: खान सर को रिहा कर दिया गया

धरना स्तर पर मौजूद होने के कारण और छात्रों को समर्थन देने के कारण पुलिस प्रशासन खान सर को हिरासत में लेकर गर्दनीबाग थाने लेकर चली गई। हालांकि, 1 घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इस दौरान थाने के बाहर बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थें पुलिस प्रशासन का कहना है कि वो इलीगल प्रोटेस्ट को लीड कर रहे थे। उनको अनुमति नहीं थी। रात में किसी भी ग्रुप, संगठन को अवैध तरीके से प्रदर्शन करना गलत है। लेकिन Khan Sir ने इसे निराधार बताया उन्होंने कहा है कि वह छात्रों के सपोर्ट में आए थे वह शांति तरीके से आंदोलन कर रहे थे और छात्रों का सपोर्ट कर रहे थे।

what is normalization in exam: क्या होता है परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन:

जब परीक्षा में उम्मीदवारों की संख्या बहुत ज्यादा होती है और एक दिन में परीक्षा करवाने में असमर्थ होते हैं दो-तीन दिन में दो-तीन शिफ्ट में कराया जाता है उसे नॉर्मलाइजेशन कहते हैं। सिस्टम के माध्यम से परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर कैंडिडेट्स का प्रतिशत स्कोर निकाला जाता है. दरअसल,परीक्षा के हर पेपर के लेवल में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है. इसी अंतर को खत्म करने के लिए ये सिस्टम लागू किया जाता है.

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