दिल्ली के सीएम: दिल्ली में चुनाव के नतीजे 8 फरवरी 2025 को आए , चुनाव नतीजे देख कर हर कोई shucked हो गया । दिल्ली की जनता ने भाजपा के दिल्ली के 27 सालों का सुख खत्म कर दिया। ये जीत भाजपा के लिए ऐतिहासिक जीत थी और सब के मन में एक ही सवाल है कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा, यह सवाल हर दिल्ली वाले के मन में है . दिल्ली में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री का नाम फिलहाल तय नहीं है. इसके लिए भाजपा के भीतर मंथन जारी है. कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं. खुद पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा इस पर अपना दिमाग लगा चुके हैं.
दिल्ली के सीएम बनने के नाम को लेकर इतनी देरी क्यों
भाजपा सरकार कोई भी कार्य बिना सोचे समझे नहीं करती है यहां पर बात दिल्ली के सीएम बनने की है तो वह कोई गलती नहीं करनी चाहती है क्योंकि वह दिल्ली की सीट पर 27 सालों बाद वापसी कर रही है। इससे पहले भी महाराष्ट्र में जब चुनाव के नतीजे आए थे वहां भी भाजपा सरकार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं की थी क्योंकि भाजपा सरकार दूरदर्शी नजर रखती है वह ऐसे व्यक्ति को सीरम के पद पर आसीन करना चाहती है जो दिल्ली के लिए बेहतर से बेहतर हो, क्योंकि इसके बाद भाजपा विधानसभा चुनाव पर होगी इसलिए वह कोई गलती नहीं करना चाहती है वह केजरीवाल सरकार को दोबारा मौका नहीं देना चाहती कि वह दिल्ली के सत्ता पर पुनः आए।भाजपा सीएम चुनने में हर समीकरण को साधना चाहती है. सीएम फेस चुनने में भाजपा सियासी नफा-नुकसान भी देख रही है. भाजपा दिल्ली से ही कई राज्यों को साधना चाहती हैं। मसलन बिहार, पश्चिम बंगाल और पंजाब. भाजपा चाहती है कि सीएम ऐसे चेहरे को बनाया जाए, जो भविष्य में उसके सभी सियासी समीकरणों पर फिट बैठ जाए. साथ ही उसका लाभ आने वाले चुनावों में मिले. इतना ही नहीं, भाजपा चूंकि 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापस आई है.इसलिए भाजपा बहुत सोच-समझकर और सबसे राय-मशविरा कर सीएम का ऐलान करेगी.
दिल्ली के सीएम के पद के लिए किन नामों की हो रही चर्चा
दिल्ली के सीएम की रेस में कई व्यक्तियों के नाम चर्चा के विषय बने हुए हैं जिन पर भाजपा सरकार विचार विमर्श कर रही है इनमें प्रमुख नाम मनोज तिवारी, प्रवेश वर्मा, वीरेंद्र सचदेवा, सतीश उपाध्याय, रेखा शर्मा, मोहन सिंह विष्ट, विजेंद्र गुप्ता और मनजीत मनजिंदर सिंह सिरसा है।इन सभी नामों की लिस्ट में तीन लोगों के नाम सबसे ज्यादा चर्चा का विषय मनोज सिंह, प्रवेश वर्मा, मनोज तिवारी और वीरेंद्र सचदेवा. उसके अपनी वजह हैं. इन सभी नामों के पीछे उनका वोट बैंक है. अब भाजपा यह विचार करेगी कि उसके लिए पूर्वांचल वोटर ज्यादा अहमियत रखते हैं या फिर जाट या फिर पंजाबी सिख. सभी समीकरणों को देखकर ही भाजपा अपने सीएम कैंडिडेट का ऐलान करेगी. हालांकि, भाजपा सरप्राइज करने में माहिर है।
कब है दिल्ली के सीएम की शपथ
इस समय सब की नजर दिल्ली के सीएम पर है बहरहाल, सीएम भले तय नहीं है, मगर दिल्ली सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख पर मुहर लग गई है. माना जा रहा है कि 19 फरवरी को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में ही दिल्ली के सीएम का ऐलान होगा. इसके बाद 20 फरवरी को शाम 4:30 बजे रामलीला मैदान में शपथग्रहण समारोह होगा. इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है. पहले दिल्ली बीजेपी विधायक दल की बैठक 17 फरवरी को होने वाली थी, मगर बाद में उसे 19 फरवरी के लिए टाल दिया गया. उम्मीद की जा रही है कि उसी दिन नए दिल्ली के सीएम के नाम का ऐलान होगा,
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